Wednesday, October 15, 2014

राजा हरु हीत की कथा

Raja Haru Heet Uttrakhand main Talla Salt ( Almora ) main Raja The Apne Raja Haru Heet Ke Bare Main Bhoot Kuch Soona Hoga. Aaj Log Unko Bhagawan Ke Roop Main Poojate Hai. Khatee hai ke Unke Mandeer Main Jo Dooa mage jatee hai wo jaroor poree hote hai. राजा हरु हीत की कथा लगभग २०० साल पुरानी है! उत्तराखंड मैं चार पटी सल्ट मैं राजा श्री समर सिंह हीत राज करते थे! राज - काज बड़े आनन्द पूडं ढंग से चल रहा था. राजा के ७ लड़के थे और राजा के पास अच्छे - अच्छे खेत (शयेर) थे! राजा के ७ राजकुमार बड़े ही बल शाली थे और वे अपने इस बल और धन वैभव मैं चूर थे! राजा हरु हीत उत्तराखंड के स्थानी राजा थे लोगो उन्हें भगवान के रूप मैं पूजते है ! आज भी लोग उनके मंदिर मैं दूया मागते है और उनकी दूया पूरी होती है!राजा जी के मंदिर से एक सुरंग है जो की मंदिर से अन्दर ही अन्दर निकलते हुई हँसीडुग ( जो के रामगंगा नदी पर है ) पर मलती है! राजा जी के ज़माने मैं वहा से उनके लिये पानी लाया जाता था, और राजा जी का परिवार वही नहाया करता था, एक दिन राजा की रानी ( मालू रोतेली) ने वहा पर नहा कर अपनी घागेरी (पेटीकोट) सुखाने के लिये एक पत्थर पर रखा तो वहा पर घागेरी की छाप आ गयी जो आज भी है, बड़ी मात्र मैं लोग उसे देखने के लिये बड़ी दूर - दूर से आते है. आप इस कोम्मुनिटी से जूड कर आपने विचारों से हमें अवगत करना और इसमे अपना सहयोग देते रहना !